साँड़ बाजार (Bull Market?)
म्हारे एंडी फैंकम-फैंक
बाजार जित-जित जितना घुसा, उड़ै-उड़ै का नाश ठा ज्या। यो घर छोङअ ना, रिश्ते-नाते छोङअ, खेत-खलिहान छोङअ ना आदमी, सब खा ज्या।
भले-चंग्या नै बीमारी देवे, ऑपरेशन करे, अर मौतां प भी पीसे कमावै।
इसके हवाले, मंदिर मस्जिद?
इसके हवाले, गुरुद्वारे गिरजाघर?
इसके हवाले, स्कूल यूनिवर्सिटी?
इसके हवाले, स्वास्थ्य हॉस्पिटल?
इसके हवाले, हम सबकी ज़िंदगी?
इसके हवाले, कुर्सियाँ सब?
इसके हवाले, मारकाट उनकी?
और तुम्हें मालूम तक नहीं?
की ये सट्टा बाजारी क्या है?
यही सत्ता है?
और इसी का राज आज पे?
जो कोई जितना घुसा इसके चक्कर में
वही बना उतना ही बेईमान, बेरहम और निर्दयी?
और किया सब कुछ तार-तार उसने?
अमेरिकन साँड़ बाज़ार, सत्ता के शिखर पर?
Make America Great Again?
Fix It?
और उसका कैसा असर दुनियाँ पर?
अपने वाले नेताओं, अभिनेताओं से जानने की कोशिश करते हैं, आगे पोस्ट में।
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