महारे बावली बूचाँ के अड्डे, अर घणे श्याणे? 28

  शब्दों की महिमा  हर शब्द कुछ कहता है। हर शब्द के पीछे कोई कोड है। जैसे?   Late या Early या on time ?   आपने अपने किसी घर के इंसान की फोटो ...

Search This Blog

Saturday, December 21, 2024

महारे बावली बूचाँ के अड्डे, अर घणे श्याणे? 15

और उन्होंने तेजा चूड़े को मार दिया? या तेजा चूड़े ने फलाना-धमकाना को? क्यूँकि, उसी दिन ये भी सुना की वो तेजा चूड़ा तो परिवार समेत गाँव आ चुका और यहीं रहता है? वो लड़की उन्हीं के यहाँ बहु थी शायद? 

इतना सड़ा, गला, कटा-फट्टा पत्र कहाँ से ढूंढ लाए? ये सब दादा के पत्रों में ही था, जो उनके जाने के बाद मैंने रख लिए थे। कुछ जमीन-जायदाद पे लड़-झगड़ रहे थे, तो कोई उस सबमें सिस्टम और राजनीती की अजीबोगरीब पहेलियों को जानने की कोशिश कर रहा हो जैसे?   

कहीं कुछ गड़बड़ घौटाला जैसे?





कुछ गड़बड़ घौटाला समझ आ रहा है कहीं? 

आगे की कहानी, आगे पोस्ट में।  

 "माँ नै मिलें हों, तै तैने मिलैंगे"    

 क्या था ये? 

पीढ़ी दर पीढ़ी क्या चलता है ये? या सिस्टम या राजनीती चलाती है? अगर थोड़ी-बहुत भी ऐसे सिस्टम की समझ हो, तो उससे बचा भी जा सकता है?   

Bro Up Vs. Broom Up युद्ध? 

या जैसे, बुझो तो जाने? आप कहाँ रह रहें हैं या कहाँ धकेल दिए जाते हैं, इस सबका उससे बहुत कुछ लेना-देना है?  

No comments:

Post a Comment