महारे बावली बूचाँ के अड्डे, अर घणे श्याणे? 28

  शब्दों की महिमा  हर शब्द कुछ कहता है। हर शब्द के पीछे कोई कोड है। जैसे?   Late या Early या on time ?   आपने अपने किसी घर के इंसान की फोटो ...

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Tuesday, July 23, 2024

आदमी की जान की कीमत बस इतनी-सी?

अगर मार्च 2020 के उस पहले हफ्ते में मैं बिना किसी शक हॉस्पिटल ईलाज कराने जाती, तो क्या कुछ हो सकता था मेरे साथ?  

Quarantine and Barrack No 5? Kinda House Arrest? जेल से निकलने पर 10 5 पहुँचों? आगे के तमाशे वहाँ दिखाएँगे? ऑफिस के किसी खास स्टोर का कोड (नंबर) था ये। और यहाँ गाँव के पते में, पता नहीं कब से और किसने चेपा हुआ है? भाजपा आने के बाद हुआ है या कांग्रेस ने ही लगा दिया था। क्यूँकि, शुरू से तो है नहीं।    

ऐसे ही, इतने महीनों तक माँ क्या खा-पी रही थी? और उनके ऑपरेशन के वक़्त क्या ड्रामा चल रहा था? 

ठीक वैसे, जैसे बुआ रौशनी गए? 

विजय दांगी को उस दिन कोई रोशन लाल उठा ले गया था, जेल? किन-किन लोगों के साथ? बुआ को कौन रोशनलाल या कौन-सी टीम उठा ले गई? कौन-से वाली जेल? क्या वो अब वापस आएँगे कभी?     

ठीक ऐसे ही, ताऊ रणवीर को उठा दिया गया? कौन-सी और कैसी OXYGEN ख़त्म हो गई थी? 

ठीक ऐसे जैसे, रितु को? यहाँ क्या ख़त्म हो गया था? OXYGEN? या SLOWLY BUT STEADLY TOWARDS DEATH जैसा कुछ पहले से ही चल रहा था? जो मुझे अब समझ आ रहा है? जिसे आमजन समझ ही नहीं पाते? OXYGEN ख़त्म होना तो जैसे ताबूत में आखिरी कील था?      

ठीक ऐसे जैसे, उसके fetuses का अबोरशंस किया किया?

ठीक ऐसे जैसे, अभी पीछे दादी कैंसर से उठा दिए?

कुछ-कुछ वैसे ही जैसे, दादा या चाचा की खास तारीखें थी? और उनके आसपास के घटनाकर्म?  

ठीक ऐसे जैसे, संदीप दांगी के पापा को लकवा था?

ठीक ऐसे जैसे, कश्मीर दादा को और उनके बेटे सोनू (योगेश) को?

ठीक ऐसे जैसे, बुआ सावित्री को?

ठीक ऐसे जैसे, सीमा दहिया को हुआ था, भाजपा आते ही? Hooda के खास हैं वो। 

ठीक ऐसे जैसे, माँ जाने के बाद गुड़िया को पीलिया हुआ?

मतलब, छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बीमारियाँ, राजनीतिक कोढों का हिस्सा हैं?  

ये कैसा और कौंन-सा खेल, ये राजनीतिक पार्टियाँ खेल रही हैं, आम आदमी के साथ?

और ये तो सिर्फ कुछ केस बताए हैं। सारी दुनियाँ का यही हाल है। कहीं कम तो कहीं ज्यादा।  

क्या इन सबके वीडियो हैं आपके पास? या किसी की भी बीमारी या मौत के? छुपे हुए या वायरल? किसी भी फॉर्म में? उनके रहस्य भी तो पता चलें दुनियाँ को। उन्हें क्यों छुपाना चाहते हैं आप? और उनके सुराग तक देने वालों को जेल या मौत या निकलो देश से? किसका देश है ये? गुंडों या आदमखोरों का? या आम आदमी का भी कोई हक़ है इसपे?      

जो ये पार्टियाँ खेल रही हैं, क्या वो सच में सिर्फ कुछ रिश्तों की टैस्टिंग या up-down है? या वो सब तो सिर्फ बहाना है?  समाज को अपनी गोटियाँ बनाकर, उनकी ज़िंदगियों को मानव रोबॉट-सा अपने अनुसार चलाना और सत्ता के लिए उनका दोहन करना ही अहम है?   

इस fact all में और भी ऐसे-ऐसे और कैसे-कैसे प्रश्न हो सकते हैं। नहीं? 

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